aatmagyan
कबीर के दोहे(संगति)
सज्जन को सज्जन मिलै, होबै दो दो बात
गदहा सो गदहा मिलै, खाबै दो दो लात।
अर्थ :
जबदो भक्त पुरुष मिलते हंै तो परस्पर उन में प्यार भरी बातें होती है
पर दो गद्हे जब एक जगह मिलते हैं तो वे दोनों एक दूसरे को दुलत्ती मारते हैं।
Om Shanti
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